sikh saini   

sikh saini : सिख धर्म की एक प्रमुख जाति है और उत्तर भारत में बहुतायत से पाई जाती है । इस जाति के लोग अपनी वीरता और साहस के लिए प्रसिद्ध हैं और इसलिए उन्हें "शूरसैनी" के नाम से भी जाना जाता है । इस नाम का संबंध महाराजा शूरसैनी से जुड़ा है । 

sikh saini
Sikh Saini

Punjab Sikh Saini community 

सैनी जाति के लोग प्राचीन काल से ही उत्तर भारत में अपना निवास स्थान रखते हैं । प्रतिष्ठित होने के कारण उन्हें वक्त के पंजाब क्षेत्र में जमीदार और साहूकार के रूप में पहचाना जाता था । उस समय उत्तर भारत में सैनी जाति के पास ज्यादा जमीन जायदाद उपलब्ध थी जबकि दूसरी जातियों के पास यह सुविधा न थी । 

1947 के पहले के पंजाब क्षेत्र में सैनी जाति के लोगों को "शूरसैनी" और "पुरु शूरसैनी" के नाम से पहचाना जाता था । पंजाब का बंटवारा होने के बाद सैनी जाति के लोग भारत के पंजाब में बसने लगे । 

भारत के पंजाब का जब बटवारा हुआ तो सैनी जाति के लोग अलग-अलग क्षेत्र में बट गए , इसलिए आज सैनी जाति के लोग जम्मू कश्मीर , पंजाब , हरियाणा , हिमाचल , उत्तराखंड और दिल्ली में मूल रूप से पाए जाते हैं । 

भारत के पंजाब क्षेत्र में सैनी जाति के दो उपजाति पाई जाती हैं - शूरसैनी और पुरु शूरसैनी । शूरसैनी लोग महाराजा शूर सैनी के वंशज हैं , जबकि पुरु शूरसैनी लोग खुद को राजपूत क्षत्रिय मानते हैं पुरु शूरसैनी लोगों का मानना है कि वह राजा के पूत हैं इसलिए वह राजपूत हैं । पुरु शूरसैनी लोग खुद को महाराज पोरस सैनी के वंशज मानते हैं । 

सिख सैनी जाति अपने धर्म को गहराई से मानती है । वे अपने धर्म गुरुओं के बताए गए मार्ग पर चलते हैं और हमेशा धर्म के मूल्यों को आदर्श मानते हैं । सिख सैनी अपना नाम पूरी दुनिया में रोशन कर रहे हैं । कनाडा के रक्षा मंत्री एक सिख सैनी ही थे और कनाडा में कई सैनी नेता भी है  , अमेरिका में भी कई बड़े उद्योगपति सैनी जाति से संबंधित हैं । 

इस रूप में , सिख सैनी जाति अपने निवास स्थानों पर गर्व हैं और अपने धर्म को मान-सम्मान प्रदान कर रहे हैं । उनका धर्मग्रंथ गुरुग्रंथ साहिब उनके उदाहरण की प्रेरणा बनता है और वे अपने जीवन में इसे अतुलनीय मानते हैं । सिख सैनी जाति ने अपने साहस , देशभक्ति और गर्व के लिए प्रसिद्धी प्राप्त की है और उन्हें विशेष पहचान दी जाती है । 

Copyright © 2023 - 2028 Saini Caste®. All rights reserved.